Governor’s workshop on drug abuse: शिमला में हाल ही में आयोजित राज्यपाल के साथ नशे के खिलाफ कार्यशाला में हमीरपुर जिले की दडूही पंचायत की प्रधान उषा बिरला ने भाग लिया। इस कार्यशाला में राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश की अवार्डी पंचायतों और अन्य संस्थाओं को बुलाया था, जिन्होंने समाज सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
उषा बिरला ने बताया कि राज्यपाल ने कार्यशाला में चिंता व्यक्त की कि युवा वर्ग तेजी से नशे की चपेट में आ रहा है। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर कमेटियों का गठन कर नशे के बढ़ते मामलों को नियंत्रित किया जाए। साथ ही, बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए पंचायतों को उनके माता-पिता के साथ संवाद स्थापित करने पर भी जोर दिया।
उषा बिरला ने कहा कि लोगों की शिकायतों के आधार पर पंचायत ने किन्नर समुदाय द्वारा मांगी जाने वाली राशि के लिए 3100 रुपये की सीमा तय की है। यह निर्णय इसलिए लिया गया ताकि गरीब परिवार इस मांग से प्रभावित न हों।
उन्होंने बताया कि प्रस्ताव पारित करने के बाद किन्नर समुदाय ने पंचायत से मुलाकात की और इस निर्णय का सम्मान किया। साथ ही, उषा बिरला ने कहा कि सक्षम लोग अपनी इच्छा से अधिक राशि भी दे सकते हैं, लेकिन गरीब परिवार अपनी स्थिति के अनुसार कम राशि दे सकते हैं।